
IND vs PAK: आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफी 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच बहुप्रतीक्षित मुकाबला आखिरकार शुरू हो गया है। यह मैच दुबई के शानदार स्टेडियम में खेला जा रहा है, और क्रिकेट प्रेमियों के बीच इसका जबरदस्त उत्साह है। आठ साल बाद दोनों क्रिकेट दिग्गज इस टूर्नामेंट में आमने-सामने हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच की प्रतिस्पर्धा क्रिकेट की सबसे गर्मा-गर्म राइवलरी में से एक है, और इस मैच के लिए फैन्स का इंतजार अब खत्म हो गया है।
टॉस का ड्रामा: भारत की बदकिस्मती का सिलसिला जारी
इस हाई-वोल्टेज मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के लिए एक और निराशाजनक पल आया, जब वे टॉस हार गए। यह लगातार 9वीं बार हुआ है जब रोहित शर्मा को ओडीआई क्रिकेट में टॉस हारना पड़ा है। पाकिस्तान के कप्तान मोहम्मद रिजवान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। इस हार के साथ भारत ने एक अनचाहा विश्व रिकॉर्ड बना लिया है, जो ओडीआई क्रिकेट में लगातार सबसे ज्यादा टॉस हारने का है।

भारत ने पिछले 12 मैचों में टॉस हारने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है, जो कि 2023 विश्व कप फाइनल से शुरू हुआ था। इससे पहले यह रिकॉर्ड नीदरलैंड्स टीम के नाम था, जिन्होंने 2011 और 2013 के बीच 11 लगातार टॉस हारने का रिकॉर्ड बनाया था। अब भारत ने 12 मैचों में टॉस हारने के साथ यह रिकॉर्ड तोड़ दिया है, जो क्रिकेट की दुनिया में चर्चा का विषय बन गया है।

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— Pakistan Cricket (@TheRealPCB) February 23, 2025
भारत का अनचाहा रिकॉर्ड
टॉस हारना क्रिकेट के खेल में एक मामूली सा लगता है, लेकिन इसके परिणामस्वरूप टीम की रणनीति पर बड़ा असर पड़ता है। अधिकांश मैचों में टॉस जीतना अहम होता है, क्योंकि कप्तान के पास यह अवसर होता है कि वे उस परिस्थिति का चुनाव करें जो उनके लिए सबसे अनुकूल हो। इस बार भारत की लगातार टॉस हारने की प्रवृत्ति ने फैन्स और खिलाड़ियों के बीच निराशा का माहौल बना दिया है।
हालांकि, भारत का ध्यान अब केवल मैच पर है और वे इस मैच में अपनी टॉस हारने की कड़ी को तोड़ने की कोशिश करेंगे। फिलहाल, रिकॉर्ड किताबों में भारत के नाम लगातार 12 टॉस हारने का अनचाहा रिकॉर्ड रहेगा, जो ओडीआई क्रिकेट इतिहास में सबसे लंबी टॉस हारने की श्रृंखला है।
भारत को बदला लेने का मौका
भारत के लिए इस मैच में पाकिस्तान से अपनी हार का बदला लेने का अवसर है। भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी मुकाबला 2017 चैंपियन्स ट्रॉफी फाइनल में हुआ था, जिसमें पाकिस्तान ने भारत को हराकर पहली बार चैंपियन्स ट्रॉफी का खिताब जीता था। उस मैच के बाद से दोनों देशों के बीच राइवलरी और भी बढ़ गई है।
भारत और पाकिस्तान के बीच अब तक पांच चैंपियन्स ट्रॉफी मैच हुए हैं, जिनमें पाकिस्तान ने तीन बार जीत हासिल की है, जबकि भारत ने दो बार पाकिस्तान को हराया है। इस मैच में भारत का लक्ष्य सीरीज में 3-3 के बराबरी पर आना है। यह मैच दोनों टीमों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, न केवल उनके सम्मान के लिए, बल्कि टूर्नामेंट में आगे बढ़ने के लिए भी।
टीम में कोई बदलाव नहीं: भारत ने अपने मजबूत XI को बनाए रखा
भारत ने अपनी टीम में कोई बदलाव नहीं किया है। वे अपनी पिछले मैचों में शानदार प्रदर्शन करने वाली टीम को बनाए रखेंगे। कप्तान रोहित शर्मा, जो टीम को बेहतरीन नेतृत्व दे रहे हैं, इस बार टॉस हारने का सिलसिला तोड़ने की पूरी कोशिश करेंगे और मैदान पर पाकिस्तान को हराने की चुनौती का सामना करेंगे। भारतीय बल्लेबाजी क्रम में विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ी हैं, जो पाकिस्तान के गेंदबाजों को कड़ी चुनौती देने के लिए तैयार हैं।
मध्यक्रम में श्रेयस अय्यर, हार्दिक पंड्या और अक्षर पटेल जैसे खिलाड़ी हैं, जो बल्लेबाजी की गहराई को बढ़ाते हैं। वहीं, मोहम्मद शमी, कुलदीप यादव और रविंद्र जडेजा जैसे गेंदबाज टीम के लिए एक मजबूत गेंदबाजी आक्रमण का हिस्सा हैं। तेज गेंदबाज हर्षित राणा, जो हाल ही में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, पाकिस्तान के शीर्ष क्रम पर दबाव बनाने के लिए तैयार हैं।
पाकिस्तान में एक बदलाव: इमाम-उल-हक ने फखर जमान की जगह ली
पाकिस्तान ने अपनी टीम में एक बदलाव किया है, जिसमें इमाम-उल-हक को चोटिल फखर जमान के स्थान पर टीम में शामिल किया गया है। फखर जमान, जो पाकिस्तान के लिए अहम खिलाड़ी थे, न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच के दौरान चोटिल हो गए थे और अब पूरे टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं। इमाम-उल-हक, जो एक अनुभवी बल्लेबाज हैं, अब पाकिस्तान के शीर्ष क्रम को मजबूत करेंगे, जहां कप्तान मोहम्मद रिजवान और बाबर आजम उनका साथ देंगे।
पाकिस्तान के पास शाहीद अफरीदी, नसीम शाह और हारिस राउफ जैसे तेज गेंदबाज हैं, जो भारत के शीर्ष बल्लेबाजों को चुनौती देने के लिए तैयार हैं। साथ ही, अबरार अहमद के स्पिन विकल्प के साथ पाकिस्तान की गेंदबाजी और भी ताकतवर हो गई है।
दुबई में हाई-वोल्टेज मुकाबला
जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ता है, मैदान पर और स्टेडियम में तनाव बढ़ता जा रहा है। भारत और पाकिस्तान की राइवलरी केवल क्रिकेट तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक बड़े राष्ट्रीय गर्व और सम्मान का मामला बन चुकी है। दोनों टीमों के मजबूत संयोजन के साथ यह मैच एक हाई-वोल्टेज मुकाबला साबित हो सकता है।
यह मैच सिर्फ क्रिकेट के बारे में नहीं है, बल्कि मानसिक मजबूती का भी परीक्षण है, जहां दोनों टीमें इस मुकाबले को जीतने के लिए हर संभव प्रयास करेंगी। भारत के लिए यह मौका है अपनी टॉस हारने की कड़ी को तोड़ने का, वहीं पाकिस्तान के लिए अपने खिताब की रक्षा करने और चैंपियन्स ट्रॉफी सीरीज में अपनी बढ़त बनाए रखने का अवसर है।
जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ता है, सबकी निगाहें मैदान पर होंगी, क्योंकि भारत और पाकिस्तान अपनी-अपनी क्रिकेट की श्रेष्ठता को साबित करने के लिए मैदान पर उतरे हैं।

