
Pariksha Pe Charcha 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आयोजित किया गया ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम इस साल एक नए अंदाज में पेश किया गया। इस बार कार्यक्रम को आठ एपिसोड्स में विभाजित किया गया था, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी के अलावा कई प्रसिद्ध हस्तियों ने छात्रों के साथ संवाद किया और उन्हें सफलता के टिप्स दिए। इस साल के कार्यक्रम में यूपीएससी सीएसई, आईआईटी-जेईई, सीएलएटी, सीबीएसई, एनडीए, और आईसीएसई जैसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं के टॉपर्स ने भाग लिया और अपने अनुभव साझा किए।
प्रतिष्ठित टॉपर्स का उत्साहवर्धक संवाद
इस कार्यक्रम के एक एपिसोड में, 2022-23 के सीबीएसई बोर्ड परीक्षा टॉपर राधिका सिंघल, आईएससी टॉपर शुभिस्मिता अधिकारी, मणिपुर विश्वविद्यालय की एमबीबीएस बिनिष्ठा, आईआईटी दिल्ली के आशीष वर्मा, आईआईटी बॉम्बे के चिद्विलास रेड्डी, बेंगलुरु के अनलू विश्वविद्यालय के जय कुमार बोहरा, सीएलएटी 2024 के टॉपर अरमान प्रीत सिंह और यूपीएससी 2022 के टॉपर इशिता किशोर सहित कई विद्यार्थियों ने अपने अनुभव साझा किए और छात्रों को परीक्षा के लिए अपनी रणनीति के बारे में बताया।

सीबीएसई टॉपर राधिका सिंघल ने दी सफलता की सलाह
राधिका सिंघल ने अपने सफलता के राज को साझा करते हुए कहा कि, “किसी भी परीक्षा में सफलता पाने के लिए केवल किताबों का अध्ययन करना ही काफी नहीं होता, बल्कि शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहना भी आवश्यक है।” उन्होंने बताया कि उन्होंने 2023 में 99.6% अंक प्राप्त कर सीबीएसई कक्षा 12 की परीक्षा में टॉप किया। राधिका ने छात्रों को यह भी सलाह दी कि वे केवल पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करें, क्योंकि परीक्षा सिर्फ एक औपचारिकता है। वह मानती हैं कि अतिरिक्त पाठ्यक्रम गतिविधियाँ छात्रों के आत्मविश्वास को बढ़ाती हैं और समग्र व्यक्तित्व के विकास में मदद करती हैं।

आईआईटी दिल्ली के आशीष वर्मा का टिप्स
आशीष वर्मा, जो कि आईआईटी दिल्ली से हैं, ने छात्रों को अध्ययन की एक नई तकनीक बताई। उन्होंने कहा कि परीक्षा की तैयारी के दौरान 25 मिनट तक पढ़ाई करने के बाद 5 मिनट का छोटा ब्रेक लेना चाहिए। आशीष ने बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए पुराने वर्ष पत्रों को हल करने और ज्यादा से ज्यादा लिखने का सुझाव दिया। उनका मानना है कि इस तरीके से समय की प्रबंधन में भी मदद मिलती है और एकाग्रता बनी रहती है।
आईआईटी बॉम्बे के चिद्विलास रेड्डी की सफलता का मंत्र
चिद्विलास रेड्डी ने छात्रों को अपनी परीक्षा रणनीति के बारे में बताते हुए कहा कि लगातार कठिनाईयों का सामना करते हुए भी अगर आप मेहनत और ईमानदारी से काम करते हैं, तो सफलता जरूर मिलती है। उनका कहना था कि एक छात्र को अपनी कमजोरियों पर ध्यान देने की बजाय अपनी ताकतों पर काम करना चाहिए। उनका मानना था कि अगर आप अपनी ताकत पर काम करते हैं, तो बाकी की चीजें अपने आप सही हो जाती हैं।
यूपीएससी 2022 टॉपर इशिता किशोर का आत्मविश्वास और ईमानदारी पर जोर
यूपीएससी 2022 की टॉपर इशिता किशोर ने भी छात्रों को सफलता के लिए कुछ अहम सलाह दी। उन्होंने कहा, “जब आप यूपीएससी जैसी बड़ी परीक्षा की तैयारी करते हैं, तो डर अक्सर हमें घेर लेता है, लेकिन हमें उस डर को अपने रास्ते का रोड़ा नहीं बनने देना चाहिए।” इशिता ने यह भी कहा कि सफलता का एकमात्र रास्ता ईमानदारी और निरंतरता है। यदि हम लगातार मेहनत करते रहते हैं, तो सफलता एक दिन जरूर हमारे कदमों में होगी।
सीएलएटी टॉपर अरमान प्रीत सिंह की सफलता का राज
सीएलएटी 2024 के टॉपर अरमान प्रीत सिंह ने अपनी परीक्षा की तैयारी के दौरान अपनाई गई रणनीति के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि छात्र यदि सही दिशा में प्रयास करते हैं और अपने कमजोर क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो सफलता जरूर मिलेगी। अरमान का कहना था कि सही समय पर सही निर्णय लेना और मनोबल बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है।
शुभिस्मिता अधिकारी और बिनिष्ठा का संदेश
आईएससी टॉपर शुभिस्मिता अधिकारी और मणिपुर विश्वविद्यालय की एमबीबीएस टॉपर बिनिष्ठा ने भी छात्रों को अपनी सफलता के बारे में जानकारी दी। दोनों ने यह कहा कि जब आप किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे होते हैं, तो उसे जीवन का अंतिम लक्ष्य मानकर नहीं चलना चाहिए, बल्कि इसे एक कदम मानना चाहिए, जिसे पार करना है। उन्होंने छात्रों को यह भी सलाह दी कि जीवन में संतुलन बनाए रखें और अच्छे परिणामों के लिए न केवल मानसिक, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें।
‘परीक्षा पे चर्चा’ के इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले टॉपर्स ने अपने अनुभवों से यह साबित कर दिया कि सफलता किसी एक तरीके या ज्ञान पर निर्भर नहीं होती, बल्कि यह ईमानदारी, मेहनत और सही मानसिकता का परिणाम होती है। पीएम मोदी ने भी इस कार्यक्रम में छात्रों को आत्मविश्वास बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें सही दिशा में प्रयास करने के लिए प्रेरित किया। इस प्रकार के कार्यक्रम छात्रों के लिए मार्गदर्शक साबित होते हैं, क्योंकि यह उन्हें अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ने के लिए सही दिशा और प्रेरणा प्रदान करते हैं।

