
New Delhi रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें 18 लोगों की जान चली गई और 10 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद पूरे स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। मुख्य दुर्घटना चिकित्सा अधिकारी (Chief Casualty Medical Officer) ने बयान जारी कर बताया कि मरने वालों में तीन बच्चे भी शामिल हैं। घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
कैसे हुई भगदड़?
शनिवार रात करीब 9:55 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 14 और 15 पर अचानक भगदड़ मच गई। इस दौरान हजारों की संख्या में यात्री प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में जाने के लिए स्टेशन पहुंचे थे। भीड़ अत्यधिक बढ़ जाने के कारण हालात बेकाबू हो गए और भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई।

यात्रियों ने आरोप लगाया है कि प्रशासन की लापरवाही के कारण यह घटना हुई। लोगों का कहना है कि प्लेटफार्म पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई थी, जिसके कारण यह हादसा हुआ।

15 people, including 3 children, lost their lives; 10 others are injured in the incident that occurred at New Delhi railway station: Chief Casualty Medical Officer, LNJP hospital
— ANI (@ANI) February 15, 2025
रेल मंत्री ने दिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश
घटना की गंभीरता को देखते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह घटना बेहद दुखद है और इसकी पूरी जांच कराई जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
The Railway Minister ordered a high-level investigation. Four special trains have been provided for passengers. Some more special trains are being arranged https://t.co/kkVGVzHP0p
— ANI (@ANI) February 15, 2025
रेलवे प्रशासन ने बताया कि राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू कर दिया गया था। मौके पर एनडीआरएफ (NDRF) की टीम भी तैनात कर दी गई है। घायलों के इलाज के लिए विशेष चिकित्सा दल को सक्रिय कर दिया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने दिए सख्त निर्देश
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने इस घटना को लेकर डॉक्टरों और अधिकारियों से चर्चा की और उचित निर्देश जारी किए। दिल्ली के मुख्य सचिव ने विभिन्न अस्पतालों में मेडिकल टीमों को तैनात किया है, ताकि घायलों का बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जा सके।
पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा,
“नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ से दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। प्रशासन प्रभावित लोगों की हरसंभव मदद कर रहा है।”
Distressed by the stampede at New Delhi Railway Station. My thoughts are with all those who have lost their loved ones. I pray that the injured have a speedy recovery. The authorities are assisting all those who have been affected by this stampede.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 15, 2025
Delhi के उपराज्यपाल का बयान
दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और तुरंत मुख्य सचिव (CS) और पुलिस आयुक्त (CP) से बात कर राहत कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। उपराज्यपाल ने मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त को मौके पर जाकर राहत कार्यों का नेतृत्व करने का भी निर्देश दिया।
“There has been an unfortunate incident at New Delhi Railway Station. Have spoken to the Chief Secretary & Police Commissioner and asked them to address the situation. CS has been asked to deploy relief personnel. Have instructed CS & CP to be at the site and take control of… pic.twitter.com/ttpyNwpnqa
— ANI (@ANI) February 15, 2025
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जताया शोक
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा,
“नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से भयावह खबर आई है। रेलवे प्लेटफार्म पर मची भगदड़ में लोगों की मौत से मैं गहरा दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”
Defence Minister Rajnath Singh tweets, “Devastating news from New Delhi Railway Station. I am extremely pained by the loss of lives due to stampede on Railway platform. In this hour of grief, my thoughts are with the bereaved families. Praying for the speedy of the injured” pic.twitter.com/BsimybwNUj
— ANI (@ANI) February 15, 2025
प्रशासन पर लगे लापरवाही के आरोप
भगदड़ के बाद यात्रियों ने रेलवे प्रशासन और स्थानीय पुलिस पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए हैं। कई यात्रियों ने कहा कि भारी भीड़ के बावजूद रेलवे अधिकारियों ने स्थिति को संभालने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए।
एक यात्री, रमेश शर्मा ने बताया,
“हम महाकुंभ के लिए प्रयागराज जाने के लिए स्टेशन पहुंचे थे, लेकिन प्लेटफार्म पर बहुत ज्यादा भीड़ थी। अचानक धक्का-मुक्की शुरू हो गई और लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। प्रशासन पूरी तरह विफल रहा।”
घायलों का इलाज जारी
घायलों को दिल्ली के एलएनजेपी (LNJP) अस्पताल, राम मनोहर लोहिया (RML) अस्पताल और सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने बताया कि कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें गहन चिकित्सा कक्ष (ICU) में रखा गया है।
रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए उठाए जा रहे कदम
रेल मंत्री के निर्देश के बाद रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और स्थानीय पुलिस ने स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण के लिए कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। अब स्टेशन पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और यात्रियों को सुव्यवस्थित रूप से प्लेटफार्म तक पहुंचाने के लिए बैरिकेडिंग लगाई जा रही है।
रेल मंत्रालय ने भीड़ नियंत्रण के लिए कई अहम उपायों की घोषणा की है:
- प्लेटफार्म पर भीड़ प्रबंधन के लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती
- यात्रियों की सुविधाओं के लिए अलग-अलग प्रवेश और निकासी गेट की व्यवस्था
- लाउडस्पीकर के माध्यम से लगातार घोषणाएं कर यात्रियों को निर्देश देना
- ऑनलाइन टिकट धारकों के लिए अलग कतार की व्यवस्था
बचाव कार्य जारी, मुआवजे की घोषणा संभव
सरकार ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा देने की संभावना जताई है। रेलवे मंत्रालय जल्द ही मुआवजे की घोषणा कर सकता है।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि मामले की जांच पूरी होने के बाद उचित मुआवजा दिया जाएगा और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों की मदद से राहत कार्य तेज
भगदड़ के बाद स्थानीय लोग और स्वयंसेवी संगठन भी राहत कार्य में जुट गए। कई लोगों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की।
दिल्ली पुलिस ने अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और जरूरतमंदों की मदद करें।
New Delhi रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ ने एक बार फिर भीड़ प्रबंधन में प्रशासन की विफलता को उजागर कर दिया है। इस घटना से सीख लेकर रेलवे प्रशासन को भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है। वहीं, यात्रियों को भी संयम और सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
सरकार और रेलवे प्रशासन इस त्रासदी की पूरी जांच कर रहे हैं, और उम्मीद है कि दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

