
Delhi की पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) की वरिष्ठ नेता आतिशी ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के विधायकों के बीच विभागों के आवंटन को लेकर अंदरूनी खींचतान चल रही है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए आतिशी ने कहा कि बीजेपी सरकार का मकसद जनता से किए गए वादों को पूरा करना नहीं, बल्कि सत्ता और विभागों को लेकर आपसी लड़ाई लड़ना है।
मंत्री पद के लिए घमासान – आतिशी
आतिशी ने बीजेपी नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे मंत्री पद को लेकर लड़ रहे हैं और इसका मकसद केवल सरकारी धन का लालच है। उन्होंने कहा, “हमारे सूत्रों से जानकारी मिली है कि बीजेपी अपनी चुनावी घोषणाओं को पूरा न कर पाने का ठीकरा आम आदमी पार्टी पर फोड़ने की तैयारी में है। वे यह कहने वाले हैं कि दिल्ली सरकार के पास पैसे नहीं हैं और इसके लिए आप सरकार जिम्मेदार है।”

आतिशी ने आगे कहा कि बीजेपी ने दिल्ली विधानसभा चुनावों में बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन अब वे इन वादों को पूरा करने से भाग रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी का असली चेहरा जनता के सामने आने वाला है।

Delhi का बजट 10 वर्षों में ढाई गुना बढ़ा
पूर्व वित्त मंत्री आतिशी ने दिल्ली सरकार के आर्थिक रिकॉर्ड को उजागर करते हुए कहा कि जब 2014-15 में आम आदमी पार्टी सरकार सत्ता में आई थी, तब दिल्ली का बजट 31,000 करोड़ रुपये था, जो 2024-25 में बढ़कर 77,000 करोड़ रुपये हो गया। उन्होंने कहा, “दिल्ली का बजट पिछले 10 वर्षों में ढाई गुना बढ़ा है। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में हमारी सरकार ने कांग्रेस सरकार से मिले कर्ज को भी चुकता किया। इसका मतलब है कि दिल्ली सरकार के पास पर्याप्त संसाधन हैं, लेकिन बीजेपी सरकार अपनी नाकामी को छुपाने के लिए फंड की कमी का बहाना बना रही है।”
महिलाओं को 2500 रुपये प्रति माह देने की मांग
आतिशी ने बीजेपी से मांग की कि वे बिना किसी देरी के अपने सभी वादों को लागू करें, विशेष रूप से महिलाओं को 2,500 रुपये प्रति माह देने का वादा। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की बात की थी, लेकिन अब सत्ता में आने के बाद वे इस वादे से मुकरने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “बीजेपी ने दिल्ली चुनावों में महिलाओं को 2,500 रुपये प्रति माह देने का वादा किया था। अब जब उनकी सरकार बन गई है, तो वे इस वादे से पीछे हटने की योजना बना रहे हैं। यह जनता के साथ धोखा है और हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
बीजेपी में मुख्यमंत्री और मंत्री पद को लेकर असमंजस
दिल्ली विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। पार्टी ने 70 में से 48 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि आम आदमी पार्टी महज 22 सीटों पर सिमट गई। यह 2020 के चुनावों की तुलना में आप के लिए एक बड़ी हार रही, जब उसे 62 सीटें मिली थीं।
हालांकि, जीत के बाद भी बीजेपी अब तक अपने मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल की घोषणा नहीं कर पाई है। इस देरी को लेकर आतिशी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “बीजेपी के अंदर ही इस बात को लेकर झगड़ा चल रहा है कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा और किसे कौन सा विभाग मिलेगा। जब उनकी खुद की पार्टी में ही अंदरूनी कलह है, तो वे जनता की समस्याओं का समाधान कैसे करेंगे?”
बीजेपी के वादे खोखले?
आतिशी ने बीजेपी के चुनावी वादों पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी ने जनता से झूठे वादे किए थे। उन्होंने कहा, “बीजेपी ने दिल्लीवासियों से कई बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन अब वे उन वादों को पूरा करने से पीछे हट रहे हैं। वे अब जनता को यह कहकर गुमराह करेंगे कि आम आदमी पार्टी सरकार ने दिल्ली की वित्तीय स्थिति खराब कर दी थी, जबकि हकीकत यह है कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने बजट को बढ़ाया और आर्थिक सुधार किए।”
दिल्लीवासियों को धोखा न दे बीजेपी – आतिशी
आतिशी ने बीजेपी से अपील की कि वे दिल्लीवासियों के साथ धोखा न करें और अपने किए गए सभी वादों को लागू करें। उन्होंने कहा, “दिल्ली की जनता ने बीजेपी को मौका दिया है, अब बीजेपी को अपने किए गए वादों को निभाना चाहिए। अगर वे अपने वादों से मुकरते हैं, तो जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।”
राजनीतिक गलियारों में हलचल
बीजेपी की आंतरिक खींचतान और आतिशी के आरोपों को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। जहां एक ओर बीजेपी के नेताओं ने इन आरोपों को खारिज किया है, वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी लगातार बीजेपी पर हमलावर बनी हुई है।
बीजेपी सूत्रों का कहना है कि पार्टी जल्द ही अपने मुख्यमंत्री और मंत्रियों की घोषणा करेगी और दिल्ली के विकास कार्यों को आगे बढ़ाएगी। लेकिन आतिशी के आरोपों ने इस बहस को और तेज कर दिया है कि क्या बीजेपी वाकई अपने चुनावी वादों को पूरा करने के लिए गंभीर है या नहीं।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी दिल्ली में सरकार गठन की प्रक्रिया को कितनी तेजी से पूरा करती है और जनता से किए गए वादों को कितनी गंभीरता से लागू करती है। आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह बीजेपी को उसके वादों से मुकरने नहीं देगी और हर मोर्चे पर उसे चुनौती देगी।
दिल्ली की जनता को भी अब इंतजार है कि बीजेपी अपने किए गए वादों पर अमल करती है या नहीं। अगर बीजेपी अपने चुनावी घोषणापत्र में किए गए वादों को पूरा नहीं करती है, तो यह आने वाले समय में उसके लिए बड़ी राजनीतिक चुनौती बन सकता है।

