
Zakir Hussain died: भारत और दुनिया भर में अपनी शास्त्रीय संगीत की धरोहर को समृद्ध करने वाले उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन 73 वर्ष की आयु में सोमवार को सैन फ्रांसिस्को, अमेरिका में हो गया। दिल की बीमारी के कारण वह अस्पताल में भर्ती थे, जहां उनकी हालत रविवार को बिगड़ गई और उन्हें ICU में शिफ्ट किया गया। उनके निधन की खबर ने न केवल संगीत जगत, बल्कि बॉलीवुड इंडस्ट्री को भी गहरे सदमे में डाल दिया है। उस्ताद जाकिर हुसैन का नाम भारत के सबसे बड़े तबला वादकों में शुमार था और उनकी विरासत ने दुनिया भर में भारतीय संगीत को एक नई पहचान दिलाई। बॉलीवुड सितारे भी उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
जाकिर हुसैन की संगीत यात्रा
उस्ताद जाकिर हुसैन का जन्म 9 मार्च, 1951 को मुंबई (तब बंबई) में हुआ था। उनके पिता उस्ताद अल्ला रक्खा खान भी एक प्रसिद्ध तबला वादक थे, जिन्होंने जाकिर को संगीत की पहली शिक्षा दी। जाकिर ने महज सात वर्ष की आयु में तबला बजाना शुरू कर दिया था और वे जल्द ही एक प्रसिद्ध कलाकार के रूप में उभरने लगे। उनके गायन की तकनीक और संगीत में दी गई विविधता ने उन्हें न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्धि दिलाई।

जाकिर हुसैन की यात्रा केवल भारतीय संगीत तक सीमित नहीं थी। उन्होंने पश्चिमी संगीतकारों के साथ भी मिलकर काम किया, जिसमें सबसे प्रसिद्ध उनके साथ अमेरिकी ड्रमर मिकी हार्ट का सहयोग था। 1991 में मिकी हार्ट के साथ मिलकर उन्होंने “प्लैनेट ड्रम” एल्बम तैयार किया, जिसने उन्हें ग्रैमी पुरस्कार दिलाया।

बॉलीवुड सितारों का श्रद्धांजलि संदेश
उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन पर बॉलीवुड सितारे शोक व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
अमिताभ बच्चन का श्रद्धांजलि संदेश
उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन पर महानायक अमिताभ बच्चन ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा किया जिसमें उन्होंने लिखा, “आज का दिन बहुत दुखद है…” इसके बाद उन्होंने अपने ब्लॉग पर भी उस्ताद हुसैन को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लिखा, “एक जीनियस… एक अद्वितीय उस्ताद… एक अपूरणीय क्षति… उस्ताद जाकिर हुसैन।” अमिताभ बच्चन का यह संदेश उनके प्रति श्रद्धा और उनके योगदान की कद्र को दर्शाता है।
T 5224 – .. a very sad day ..😥
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) December 15, 2024
करीना कपूर खान की श्रद्धांजलि
करीना कपूर खान ने इंस्टाग्राम पर उस्ताद जाकिर हुसैन की एक तस्वीर साझा की, जिसमें वह करीना के पिता और प्रसिद्ध अभिनेता रणधीर कपूर के साथ नजर आ रहे हैं। तस्वीर के साथ करीना ने लिखा, “उस्ताद हमेशा के लिए।” यह संदेश उनके साथ बिताए गए समय और उनके संगीत के प्रति उनकी श्रद्धा को दर्शाता है।
अक्षय कुमार और अनुपम खेर ने भी दी श्रद्धांजलि
अक्षय कुमार ने ट्वीट कर कहा, “उस्ताद जाकिर हुसैन साब के निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ। वह हमारे देश की संगीत धरोहर के लिए एक सच्चे खजाने थे। ओम शांति।” वहीं, अनुपम खेर ने भी सोशल मीडिया पर जाकिर हुसैन को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, “दिल न जाने कब तक उदास रहने वाला है! मुझे नहीं पता कि आवाज़ कितने समय तक शांत रहेगी!! अलविदा मेरे दोस्त। तुमने इस दुनिया को छोड़ दिया है! तुम हमेशा हमारी यादों में रहोगे! तुम्हारा भी… तुम्हारी प्रतिभा भी… और तुम्हारी बचपन जैसी मुस्कान जो दिल की गहराईयों को छू जाती है!!”
Very pained to know about the sad demise of Ustad Zakir Hussain Saab. He was truly a treasure for our country’s musical heritage. Om Shanti 🙏 pic.twitter.com/a5TWDMymfZ
— Akshay Kumar (@akshaykumar) December 16, 2024
दिल ना जाने कब तक उदास रहने वाला है! आवाज़ ना जाने कब तक खामोश रहने वाली है!! अलविदा मेरे दोस्त।इस दुनिया से गए हो! यादों में सदियों तक रहने वाले हो! तुम भी… तुम्हारा हुनर भी… और तुम्हारी दिल की गहराइयों तक छू जाने वाली बच्चों जैसी मुस्कुराहट भी!!💔💔💔#ZakirHussain #Tabla… pic.twitter.com/QtNgwSUVuD
— Anupam Kher (@AnupamPKher) December 15, 2024
इस प्रकार, बॉलीवुड के तमाम सितारे उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन पर शोक व्यक्त कर रहे हैं और उनके योगदान को हमेशा याद रखने का संकल्प ले रहे हैं।
जाकिर हुसैन का सम्मान और उपलब्धियाँ
उस्ताद जाकिर हुसैन की संगीत यात्रा में कई महत्वपूर्ण मील के पत्थर रहे हैं। उन्होंने न केवल भारतीय शास्त्रीय संगीत को नई दिशा दी, बल्कि उनकी उपलब्धियों में कई अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार और सम्मान भी शामिल हैं।
उन्हें 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण जैसे भारतीय उच्चतम नागरिक पुरस्कारों से नवाजा गया। इसके अलावा, वह 1991 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित हुए थे। जाकिर हुसैन वह पहले भारतीय संगीतकार थे जिन्हें 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने व्हाइट हाउस में आयोजित एक वैश्विक संगीत कार्यक्रम में आमंत्रित किया था।
इसके अलावा, उस्ताद जाकिर हुसैन ने कई फिल्मों के साउंडट्रैक पर भी काम किया, जिसमें उन्होंने अपनी संगीत प्रतिभा को भारतीय फिल्म उद्योग के लिए प्रस्तुत किया। उनका योगदान न केवल भारतीय, बल्कि वैश्विक संगीत परिदृश्य में अत्यधिक महत्वपूर्ण था।
जाकिर हुसैन की विरासत
उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन एक बड़ी क्षति है, लेकिन उनका योगदान और उनकी विरासत हमेशा जीवित रहेगी। उनके संगीत ने न केवल भारतीय संगीत प्रेमियों को प्रभावित किया, बल्कि उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारतीय संगीत की पहचान बनाई। उनकी कला और उनका संगीत आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनेगा।
उस्ताद जाकिर हुसैन ने जो प्रभाव छोड़ा है, वह न केवल संगीत के क्षेत्र में, बल्कि भारतीय संस्कृति और कला के प्रति उनके समर्पण का प्रतीक है। उनकी धुनों में जो आत्मा थी, वह आज भी सुनने वालों के दिलों में गूंज रही है।
उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन भारतीय संगीत और कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनका योगदान न केवल भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में अनमोल रहेगा। बॉलीवुड के तमाम सितारों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके संगीत के योगदान को सलाम किया। यह समय उनके योगदान को याद करने और उनकी विरासत को जीवित रखने का है। उस्ताद जाकिर हुसैन का नाम हमेशा भारतीय संगीत और कला में अमर रहेगा।

