
Delhi Blast: दिल्ली के रोहिणी स्थित प्रशांत विहार क्षेत्र में एक बड़े धमाके की खबर आई है। यह धमाका एक स्कूटर में हुआ, जो एक मिठाई की दुकान के पास खड़ा था। धमाके के बाद इलाके में सनसनी फैल गई, और पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई। विस्फोट की आवाज आसपास के क्षेत्रों में सुनाई दी और इससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
विस्फोट की जानकारी और पुलिस की कार्रवाई
जानकारी के अनुसार, आज सुबह 11:48 बजे पुलिस को प्रशांत विहार इलाके में विस्फोट की सूचना मिली। जैसे ही पुलिस को सूचना मिली, वे मौके पर पहुंचे और धमाके के कारणों की जांच शुरू की। शुरुआती जांच में यह पता चला कि विस्फोट स्कूटर में हुआ था। घटनास्थल पर सफेद पाउडर जैसा पदार्थ पाया गया है, जिसे जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया है।

विस्फोट की वजह से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। पुलिस मामले की गहरी जांच कर रही है और इसके लिए राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) कमांडो और डॉग स्क्वाड को भी घटनास्थल पर भेजा गया है।

पूर्व में हुआ विस्फोट: 20 अक्टूबर को भी हुआ था धमाका
इससे पहले, 20 अक्टूबर को भी प्रशांत विहार इलाके में एक बड़ा विस्फोट हुआ था। यह विस्फोट केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) स्कूल की दीवार में हुआ था। धमाका इतना तेज था कि इसकी आवाज एक से दो किलोमीटर तक सुनाई दी थी। विस्फोट के बाद धुंआ फैल गया था और आसपास के कई वाहन और दुकानों की कांच की खिड़कियां टूट गई थीं। हालांकि, इस धमाके में भी कोई जनहानि नहीं हुई थी।
विस्फोट के बाद जांच में पाया गया कि स्कूल की दीवार में एक बड़ा छेद हो गया था और वहां भी सफेद पाउडर जैसे पदार्थ का मिला हुआ था। केंद्रीय एजेंसियों ने घटना स्थल का निरीक्षण किया था और इस पदार्थ के बारे में भी जांच की जा रही है।
जांच और सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां अब दोनों विस्फोटों के बीच किसी संबंध की जांच कर रही हैं। विशेष रूप से 20 अक्टूबर और अब 27 नवंबर के धमाकों में सफेद पाउडर के पाए जाने से सुरक्षा एजेंसियों को यह शक हो रहा है कि ये घटनाएं किसी बड़े आतंकी साजिश का हिस्सा हो सकती हैं।
नैशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने दोनों घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। इस जांच का उद्देश्य यह पता लगाना है कि इन विस्फोटों के पीछे कौन लोग हैं और उनका उद्देश्य क्या था।
आतंकी कृत्य या कोई अन्य साजिश?
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के विस्फोटों में इस्तेमाल होने वाले सफेद पाउडर जैसे पदार्थ आमतौर पर विस्फोटकों में होते हैं। हालांकि, इसके बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। पुलिस और फॉरेंसिक टीम इसे लेकर जांच कर रही हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि क्या ये विस्फोट आतंकी गतिविधियों का हिस्सा थे या फिर किसी और साजिश के तहत हुए थे।
दिल्ली के लोगों और अधिकारियों को इस तरह के विस्फोटों से बड़ी चिंता और खौफ है, और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की आवश्यकता महसूस हो रही है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले का हल निकल आएगा और शहर के लोगों को इन धमाकों से राहत मिलेगी।
आगे की योजना
दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस समय सभी सुरागों पर काम कर रही हैं और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही विस्फोट के पीछे की सच्चाई सामने आएगी। इसके अलावा, पुलिस ने स्थानीय निवासियों से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें ताकि ऐसे घटनाओं को रोका जा सके।

