Delhi New Cabinet Minister: कैलाश गहलोत के इस्तीफे के बाद, मुख्यमंत्री अतीशी के कैबिनेट में एक पद खाली हुआ था, जिसे अब आम आदमी पार्टी (AAP) की नेतृत्व ने भरने का फैसला लिया है। AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अब रघुविंदर शौकीन को कैलाश गहलोत की जगह कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी दी है। रघुविंदर शौकीन दिल्ली के पश्चिमी दिल्ली के नांगलोई जाट विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के विधायक हैं।
कैबिनेट में सिर्फ जाट नेता को मिली जगह
कैलाश गहलोत के इस्तीफे के बाद यह पहला अवसर है जब रघुविंदर शौकीन को कैबिनेट में जगह मिली है। कैलाश गहलोत जाट समुदाय से आते थे और उनके पद को भरने के लिए AAP ने रघुविंदर शौकीन को कैबिनेट में शामिल किया है, जो खुद भी जाट समुदाय से हैं। रघुविंदर शौकीन पेशे से एक सिविल इंजीनियर रहे हैं और उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में भी बहुत काम किया है।
रघुविंदर शौकीन ने बीजेपी को हराया
2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में रघुविंदर शौकीन ने बीजेपी की सुमनलता शौकीन को 11,624 वोटों से हराया था। वहीं, 2015 के विधानसभा चुनावों में भी उन्होंने बीजेपी के मनोज कुमार शौकीन को हराया था। शौकीन की ये जीत AAP की मजबूती को दर्शाती है और उनके लगातार सक्रिय राजनीति में रहने की पुष्टि करती है।
रघुविंदर शौकीन ने बीजेपी पर किया हमला
रघुविंदर शौकीन ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “आम आदमी पार्टी हर समाज के साथ काम करती है, लेकिन बीजेपी लोगों को धर्म और जाति के आधार पर बांटने का काम करती है। इसका उदाहरण हरियाणा चुनावों में देखा गया है।”
मनीष सिसोदिया ने क्या कहा नए मंत्री के बारे में?
दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रघुविंदर शौकीन के बारे में कहा, “मैं यह बताने के लिए बहुत खुश हूं कि दिल्ली को नए कैबिनेट मंत्री मिल रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने यह तय किया है कि रघुविंदर शौकीन दिल्ली सरकार में मंत्री होंगे। शौकीन जाट समुदाय के लोकप्रिय नेता हैं और उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में बहुत काम किया है। AAP एक शिक्षित लोगों की पार्टी है। रघुविंदर शौकीन सिविल इंजीनियर भी रहे हैं और दो बार के विधायक हैं। वह सक्रिय राजनीति में रहे हैं और जब भी सरकार को जरूरत पड़ी, उन्होंने उसका समर्थन किया है।”
मनीष सिसोदिया ने कैलाश गहलोत के बारे में क्या कहा?
मनीष सिसोदिया ने कैलाश गहलोत के बारे में भी बयान दिया और कहा, “जहां वह चुनाव लड़ना चाहते हैं और किस पार्टी में शामिल होना चाहते हैं, यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है। हमारे बीच कोई मतभेद नहीं थे।” इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि कैलाश गहलोत का इस्तीफा एक निजी निर्णय था और पार्टी में उनके साथ किसी भी तरह का विवाद नहीं था।
रघुविंदर शौकीन का कैबिनेट मंत्री के रूप में चयन दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव है। उनकी शिक्षा और सार्वजनिक सेवा में सक्रियता को देखते हुए, उन्हें मंत्री बनाए जाने से पार्टी के प्रति उनके समर्थकों का विश्वास और बढ़ेगा। वहीं, कैलाश गहलोत के इस्तीफे के बाद पार्टी ने जाट समुदाय के एक अनुभवी नेता को जिम्मेदारी दी है, जो भविष्य में दिल्ली के विकास में अहम भूमिका निभा सकते हैं।