Noida News: 31 साल पुराना मनीऑर्डर गबन केस आखिर पहुंचा अंजाम पर नोएडा के पूर्व उप डाकपाल को तीन साल की सजा
Noida News: नोएडा से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है जहां 31 साल पुराने मनीऑर्डर गबन केस में अदालत ने फैसला सुनाया है। सेक्टर 19 डाकघर में उप डाकपाल रहे महेंद्र कुमार को तीन साल की सजा और दस हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। अदालत ने कहा कि जुर्माना अदा न करने पर आरोपी को एक साल का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा।
यह मामला साल 1993 का है जब नोएडा सेक्टर 15 निवासी अरुण मिस्त्री ने अपने पिता मदन महतो के नाम समस्तीपुर बिहार में 1500 रुपये का मनीऑर्डर भेजा था। आरोप है कि उस समय डाकघर में तैनात उप डाकपाल महेंद्र कुमार ने मनीऑर्डर की राशि 1500 और 75 रुपये कमीशन लेकर सरकारी खाते में जमा नहीं की। उसने जाली रसीद बनाकर भेजने वाले को थमा दी और पूरी रकम खुद रख ली। जब राशि प्राप्तकर्ता तक नहीं पहुंची तो अरुण मिस्त्री ने जनवरी 1994 में डाक अधीक्षक से शिकायत की।
विभागीय जांच में पाया गया कि मनीऑर्डर की रसीद फर्जी थी और रकम सरकारी खाते में जमा नहीं हुई थी। महेंद्र कुमार ने अपनी गलती मानते हुए 1575 रुपये बाद में जमा कराए और लिखित में कहा कि भविष्य में भी यदि ऐसी गलती पाई गई तो वह धनराशि लौटा देगा।
अदालत ने अपने फैसले में कहा कि सरकारी सेवक से सर्वोच्च ईमानदारी और निष्ठा की अपेक्षा की जाती है। ऐसे अपराध न केवल सरकारी तंत्र को कमजोर करते हैं बल्कि जनता के विश्वास को भी तोड़ते हैं। कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के पुराने निर्णय का हवाला देते हुए कहा कि एक बार जब अपराध सिद्ध हो जाए तो बाद में रकम लौटाने से अपराध समाप्त नहीं होता। अदालत ने अंततः महेंद्र कुमार को दोषी ठहराते हुए तीन साल की सजा सुनाई और कहा कि कानून का सम्मान हर सरकारी कर्मचारी का पहला कर्तव्य होना चाहिए।


