
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने शुक्रवार को रामनगरी अयोध्या का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन को लेकर अहम बयान दिया और कहा कि उनके तीन पीढ़ियों ने इस आंदोलन में भाग लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि राम मंदिर के लिए सत्ता खोनी पड़े, तो भी उन्हें कोई आपत्ति नहीं है।
श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में तीन पीढ़ियों का योगदान
मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने अयोध्या में रामकथा पार्क में आयोजित कार्यक्रम में कहा, “मेरी तीन पीढ़ियों ने श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में भाग लिया और अपना योगदान दिया। मुझे इस काम में कोई समस्या नहीं थी, लेकिन एक बड़ा वर्ग था जो सरकारी व्यवस्था से जुड़ा हुआ था, जिसने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में अयोध्या जाना विवाद खड़ा करेगा।”

उन्होंने आगे कहा, “हमने कहा कि अगर विवाद खड़ा होता है तो वह सही है, लेकिन अयोध्या के बारे में सोचना जरूरी है।” मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि अगर राम मंदिर निर्माण के लिए सत्ता का त्याग करना पड़े, तो उसमें कोई समस्या नहीं है।

अयोध्या दौरे में क्या हुआ?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार सुबह 9:30 बजे रामकथा पार्क पहुंचने के बाद ‘टाइमलेस अयोध्या’ कार्यक्रम का उद्घाटन किया। यह कार्यक्रम अयोध्या राजपरिवार और दैनिक जागरण के सहयोग से आयोजित किया गया था।
श्री राम मंदिर के लिए सत्ता भी गंवानी पड़ेगी तो कोई समस्या नहीं… pic.twitter.com/0mXq82MmFT
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) March 21, 2025
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने रामलला और बजरंगबली के दर्शन किए और वहां पूजा अर्चना की। इसके बाद, उन्होंने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत लाभार्थियों को ऋण वितरण किया।
मुख्यमंत्री ने किया विकास कार्यों का उद्घाटन
इसके अलावा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1:25 बजे अमृत बॉटलर्स में आयोजित प्लांट विस्तार का उद्घाटन भी किया। यह आयोजन अयोध्या में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण था। मुख्यमंत्री ने इस दौरान राज्य के विकास और रोजगार सृजन की दिशा में कई अहम कदम उठाए।
मुख्यमंत्री ने इसके बाद 12 बजे आयुक्त कार्यालय के ऑडिटोरियम में एक समीक्षा बैठक की, जिसमें राज्य के विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई।
मुख्यमंत्री ने रामनगरी में दी नई दिशा
मुख्यमंत्री Yogi Adityanath के इस दौरे से अयोध्या में विकास कार्यों को और गति मिलने की संभावना है। उनके द्वारा किए गए उद्घाटन और कार्यक्रमों से यह साफ जाहिर होता है कि अयोध्या को न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि विकास के दृष्टिकोण से भी एक नई दिशा दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमने कभी सत्ता के लिए नहीं, बल्कि राम मंदिर और अयोध्या के विकास के लिए कार्य किया है।” उनके इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि राम मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया को लेकर उनकी सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अयोध्या दौरा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह अयोध्या के विकास की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। उनके इस दौरे से अयोध्या के विकास कार्यों को और गति मिलने की संभावना है और राज्य सरकार की नीतियां राम मंदिर निर्माण को लेकर पूरी तरह से समर्पित हैं।

