
पहलवान Sushil Kumar को दिल्ली हाई कोर्ट ने जूनियर पहलवान सागर धनखड़ हत्या मामले में नियमित जमानत दे दी है। मई 2021 में सुशील कुमार को इस हत्याकांड में गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले, जुलाई 2023 में उन्हें घुटने की सर्जरी के लिए 7 दिन की अंतरिम जमानत दी गई थी। यह मामला न केवल पहलवानी की दुनिया, बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बन चुका है, क्योंकि इसमें एक प्रसिद्ध ओलंपिक पदक विजेता पहलवान का नाम जुड़ा हुआ है।
मामला क्या है?
सागर धनखड़ की हत्या का मामला 4-5 मई 2021 की रात को दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में घटित हुआ। पुलिस द्वारा दाखिल चार्जशीट के अनुसार, ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार और उनके सहयोगियों ने छत्रसाल स्टेडियम के दरवाजे को अंदर से बंद कर दिया और सागर धनखड़ और उनके चार अन्य साथियों को डंडों, हॉकी और बेसबॉल बैट्स से 30 से 40 मिनट तक बेरहमी से पीटा। यह हमला कथित तौर पर संपत्ति विवाद को लेकर हुआ था। सागर धनखड़ और उनके साथियों पर हुआ हमला इतना गंभीर था कि सागर की बाद में इलाज के दौरान मौत हो गई।

छत्रसाल स्टेडियम में हुए हमले का विवरण
दिल्ली पुलिस के द्वारा इस मामले में की गई जांच में खुलासा हुआ कि सागर और उनके साथी दिल्ली के दो अलग-अलग स्थानों से अगवा किए गए थे और उन्हें छत्रसाल स्टेडियम ले जाया गया था। स्टेडियम में पहुँचने के बाद, दरवाजा अंदर से बंद कर दिया गया और सुरक्षा गार्ड्स से स्टेडियम को खाली करवा लिया गया। पुलिस की 1,000 पन्नों की चार्जशीट में कहा गया, “सभी पीड़ितों को स्टेडियम में घेरकर बुरी तरह पीटा गया। सभी आरोपियों ने 30 से 40 मिनट तक डंडों, रॉड्स, हॉकी, बेसबॉल बैट्स आदि से पीटा।”

2021 Junior wrestler Sagar Dhankar murder case | Delhi High Court granted regular bail to wrestler Sushil Kumar. He was arrested in the May 2021 murder case.
He was earlier granted 7 days interim bail for knee surgery in July 2023.
— ANI (@ANI) March 4, 2025
इस घटना की जांच में यह भी सामने आया कि पहलवानों के दोनों गुटों के लोग एक रैकेट से जुड़े हुए थे, जो विवादित ज़मीनों की खरीद-फरोख्त, कब्ज़ा करने और धन उगाही के कार्य में लिप्त थे। इसके साथ ही जांच में यह भी पाया गया कि दोनों गुटों के लोग गैंगस्टरों काला जठेड़ी और नीराज बवानीया के साथ भी जुड़े हुए थे।
सुशील कुमार का कारनामें से जुड़ा नाम
पहलवान सुशील कुमार भारतीय खेल जगत का एक जाना-पहचाना नाम हैं। उन्होंने ओलंपिक खेलों में भारत का नाम रोशन किया और कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीते। हालांकि, इस घटना ने उनकी छवि को पूरी तरह से बदल दिया। सागर धनखड़ की हत्या के मामले में उनका नाम सामने आने के बाद सुशील कुमार की गिरफ्तारी ने न केवल खेल जगत को चौंका दिया, बल्कि यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया।
जमानत पर दिल्ली हाई कोर्ट का फैसला
दिल्ली हाई कोर्ट ने इस मामले में सुशील कुमार को नियमित जमानत दी है। हालांकि, इस जमानत के दौरान उन्हें कुछ शर्तों के तहत रिहा किया गया है, और मामले में आगे की सुनवाई जारी रहेगी। अदालत ने सुशील कुमार की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान उनके द्वारा किए गए अपराध को गंभीर माना था, लेकिन यह भी कहा कि आरोपी की गिरफ्तारी से पहले के किसी भी दावे को सिरे से नकारा नहीं किया जा सकता।
जमानत मिलने का प्रभाव
सुशील कुमार को जमानत मिलने के बाद, यह मामला फिर से मीडिया की सुर्खियों में आ गया है। पहलवान के समर्थकों और विरोधियों के बीच इस फैसले को लेकर हलचल तेज हो गई है। कुछ लोग इसे सुशील कुमार के लिए राहत मान रहे हैं, जबकि कुछ लोग इसे न्याय के साथ खिलवाड़ मान रहे हैं। जमानत मिलने से पहले, सुशील कुमार की गिरफ्तारी ने पूरे देश में तहलका मचा दिया था, और अब उनकी रिहाई ने एक बार फिर से इस मामले को चर्चा में ला दिया है।
इस मामले में आगे क्या हो सकता है?
सुशील कुमार को जमानत मिलने के बावजूद, इस मामले में जांच और न्यायिक प्रक्रिया की गति को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। पुलिस जांच पूरी होने के बावजूद, यह मामला कोर्ट में लंबित है और इसमें भविष्य में कई मोड़ आ सकते हैं। इस मामले में पहलवानों के आपसी विवाद, गैंगस्टरों की भूमिका और संपत्ति विवादों की अधिक जानकारी सामने आने की संभावना है। इसके अलावा, इस हत्या मामले में अन्य आरोपियों की भूमिका और उनके खिलाफ उठाए गए कदम भी महत्वपूर्ण होंगे।
सुशील कुमार को जमानत मिलने के बाद इस मामले में नया मोड़ आया है, लेकिन इस पूरी घटना से खेल जगत को भी कई सबक मिलते हैं। यह घटना न केवल एक खिलाड़ी की प्रतिष्ठा को प्रभावित करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि खेलों में भी अपराध और अन्य विवादों के कारण खिलाड़ी और उनके समर्थक किस तरह से प्रभावित हो सकते हैं। अब यह देखना होगा कि इस मामले में न्यायिक प्रक्रिया के तहत क्या निर्णय लिया जाता है, और क्या इस हत्याकांड के पीछे के असल कारण सामने

