
Vande Bharat train: कर्नाटका के ऊर्जा मंत्री KJ जॉर्ज ने रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने बेंगलुरु और कलबुर्गी के बीच चल रही वंदे भारत एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 22232/22231) के समय में बदलाव की मांग की है। इस पत्र को 7 दिसंबर को लिखा गया था और मंत्री कार्यालय द्वारा सार्वजनिक किया गया। मंत्री जॉर्ज ने विशेष रूप से मंथलयम के दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए ट्रेन के समय में बदलाव की जरूरत पर जोर दिया।
वर्तमान समय पर उठाए गए सवाल
पत्र में मंत्री जॉर्ज ने लिखा कि वर्तमान में ट्रेन संख्या 22232 बेंगलुरु के सिर मोक्शागुंडम विश्वेश्वरैया (SMV) टर्मिनल, बय्यप्पनाहल्ली से दोपहर 2:40 बजे रवाना होती है। यह ट्रेन मंथलयम रोड स्टेशन पर रात 8:20 बजे पहुंचती है और फिर कलबुर्गी रेलवे स्टेशन पर रात 11:30 बजे पहुंचती है।
मंत्री ने पत्र में कहा कि मंथलयम आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह समय अत्यंत असुविधाजनक है क्योंकि श्री गुरु राघवेंद्र स्वामी के दर्शन का समय सुबह 6 बजे से लेकर रात 8:30 बजे तक होता है।
मंदिर तक पहुंचने में समय की समस्या
मंत्री जॉर्ज ने बताया कि जब ट्रेन मंथलयम रोड स्टेशन पर रात 8:20 बजे पहुंचती है, तब श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने में कम से कम 40 से 50 मिनट का समय लगता है। इस वजह से जब तक यात्री मंदिर पहुंचते हैं, तब तक दर्शन का समय समाप्त हो चुका होता है। यह स्थिति उन यात्रियों के लिए असुविधाजनक हो जाती है जो समय पर दर्शन प्राप्त करने की उम्मीद करते हैं।
वापसी यात्रा के समय में भी असुविधा
मंत्री जॉर्ज ने यह भी बताया कि ट्रेन की वापसी यात्रा का समय भी यात्रियों के लिए असुविधाजनक है। ट्रेन सुबह 5:15 बजे कलबुर्गी रेलवे स्टेशन से रवाना होती है और मंथलयम रोड स्टेशन पर सुबह 7:10 बजे पहुंचती है। फिर यह ट्रेन बेंगलुरु के SMV टर्मिनल पर 2 बजे पहुंचती है।
मंत्री ने कहा कि चूंकि मंदिर में दर्शन सुबह 6 बजे से शुरू होते हैं, इसलिए श्रद्धालु मंथलयम रोड स्टेशन पर 7:10 बजे पहुंचकर ट्रेन को पकड़ने में असमर्थ होते हैं।
समय में बदलाव का प्रस्ताव
मंत्री जॉर्ज ने रेलवे मंत्री से यह प्रस्ताव रखा कि यदि ट्रेन बेंगलुरु के SMV टर्मिनल से सुबह 7 या 8 बजे रवाना होती है और कलबुर्गी रेलवे स्टेशन से 8:30 या 9 बजे निकलती है, तो यह यात्रियों के लिए अधिक सुविधाजनक होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि इस बदलाव से न केवल यात्रियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि रेलवे की आय में भी वृद्धि होगी।
रेलवे आय में वृद्धि की संभावना
मंत्री ने पत्र में कहा कि यदि ट्रेन के समय में बदलाव किया जाता है, तो मंथलयम के दर्शनार्थी अपनी यात्रा के लिए ट्रेन को अपनी गाड़ियों के बजाय प्राथमिकता देंगे। इससे रेलवे विभाग को अधिक राजस्व मिलेगा और सड़क पर यातायात भी कम होगा।
उन्होंने कहा कि यह कदम श्रद्धालुओं की यात्रा को अधिक आरामदायक और सुविधाजनक बनाएगा।
श्रद्धालुओं की बढ़ती समस्याएं
मंथलयम में स्थित श्री गुरु राघवेंद्र स्वामी मंदिर दक्षिण भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों में एक है। यहाँ हर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।
हालांकि, वर्तमान ट्रेन के समय के कारण, कई श्रद्धालु दर्शन नहीं कर पा रहे हैं। सुबह की यात्रा में ट्रेन मंथलयम रोड स्टेशन पर दर्शन के बाद ही पहुंचती है, और शाम की यात्रा में दर्शन का समय समाप्त हो चुका होता है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोग और यात्री मंत्री के इस प्रस्ताव का समर्थन कर रहे हैं। उनका कहना है कि समय में बदलाव से श्रद्धालुओं की यात्रा को आसान बना दिया जाएगा और मंदिर में दर्शन का अनुभव बेहतर होगा। श्रद्धालु मानते हैं कि ट्रेन के समय में बदलाव से वे मंदिर समय पर पहुंच सकेंगे और अपनी वापसी की योजना भी ठीक से बना सकेंगे।
रेलवे के लिए चुनौती
हालांकि, रेलवे के लिए ट्रेन के समय में बदलाव करना आसान नहीं है। वंदे भारत ट्रेन एक उच्च गति वाली ट्रेन है, जो अन्य ट्रेनों के संचालन पर असर डाल सकती है। रेलवे को यह सुनिश्चित करना होगा कि समय में बदलाव का अन्य मार्गों और ट्रेनों पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
मंत्री जॉर्ज का प्रयास
मंत्री KJ जॉर्ज ने यात्रियों की समस्याओं को समझते हुए यह पहल की है। उन्होंने कहा कि यह रेलवे की जिम्मेदारी है कि वह यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता दे।
उन्होंने रेलवे मंत्री से आग्रह किया है कि जल्द से जल्द समय में बदलाव के लिए कदम उठाए जाएं।
दर्शन और यात्रा का मेल जरूरी
श्री गुरु राघवेंद्र स्वामी मंदिर में दर्शन करने आए श्रद्धालुओं के लिए यह महत्वपूर्ण है कि यात्रा का समय दर्शन के समय से मेल खाता हो।
समय में बदलाव से श्रद्धालुओं के लिए यात्रा योजना बनाना आसान होगा और मंदिर में दर्शन का अनुभव भी बेहतर होगा।
कर्नाटका के मंत्री KJ जॉर्ज द्वारा रेलवे मंत्री को लिखा गया पत्र यात्रियों और खासकर श्रद्धालुओं की समस्याओं को उजागर करता है। यदि वंदे भारत ट्रेन का समय बदलता है, तो यह न केवल यात्रियों के लिए राहत का कारण बनेगा, बल्कि रेलवे को भी इससे अधिक आय प्राप्त होगी। साथ ही, सड़क यातायात में भी कमी आएगी। रेलवे विभाग को इस सुझाव पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
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