Yuvraj Singh about Abhishek Sharma: युवराज सिंह और अभिषेक शर्मा का रिश्ता भारतीय क्रिकेट में बेहद खास माना जाता है। जब युवराज अपने करियर के आखिरी दौर में थे तभी उन्होंने अभिषेक और शुभमन गिल जैसे युवा खिलाड़ियों को तराशना शुरू कर दिया था। युवराज ने न सिर्फ उन्हें ट्रेनिंग दी बल्कि क्रिकेट की सोच भी मजबूत की। आज दोनों खिलाड़ी भारत के लिए खेल रहे हैं और टीम की जीत में अहम भूमिका निभा रहे हैं। यह रिश्ता सिर्फ क्रिकेट का नहीं बल्कि भरोसे और सीख का भी है।
युवराज ने खोला अभिषेक की जिद का राज
एक मजेदार इंटरव्यू में युवराज सिंह ने अभिषेक शर्मा की जिद का खुलासा किया। यह जिद क्रिकेट से जुड़ी जरूर है लेकिन सुनकर हर कोई मुस्कुरा देता है। युवराज ने बताया कि अभिषेक अपने बैट को लेकर बेहद जिद्दी है। वह किसी को अपना बल्ला नहीं देता। चाहे सामने कोई भी हो वह अपने बैट को अपने पास ही रखता है। वहीं दूसरी ओर वह दूसरों का बल्ला आराम से इस्तेमाल कर लेता है। इसी बात को लेकर युवराज हंसते हुए कहते हैं कि अभिषेक से जो चाहे ले लो मगर उसका बल्ला नहीं ले पाओगे।
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मर जाएगा पिट जाएगा रो देगा, मगर बल्ला नहीं देगा
इंटरव्यू का सबसे मजेदार हिस्सा तब आया जब युवराज ने कहा कि अभिषेक मर जाएगा पिट जाएगा रो देगा मगर बल्ला नहीं देगा। युवराज बताते हैं कि उसके पास बैटों से भरे कई बैग होते हैं लेकिन फिर भी वह कहेगा कि उसके पास सिर्फ दो बैट हैं। युवराज ने हंसते हुए कहा कि अभिषेक उनके भी कई बल्ले लेकर चला गया लेकिन उसने अपना बल्ला कभी किसी को नहीं दिया। अभिषेक वहीं मौजूद थे और खुद भी इस बात पर हंसते हुए सहमत दिखे।
अभिषेक शर्मा की सफलता की उड़ान
अभिषेक शर्मा सिर्फ मजाक का हिस्सा नहीं बल्कि भारत की नई बल्लेबाजी ताकत भी बन चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई T20 सीरीज में वह प्लेयर ऑफ द सीरीज बने। उन्होंने सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाए और टीम को कई मौकों पर आगे रखा। इससे पहले एशिया कप T20 में भी उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था। उनकी लगातार सफलता ने उन्हें वर्ल्ड नंबर 1 T20 बल्लेबाज बना दिया है।
युवराज की सीख और अभिषेक का आत्मविश्वास
अभिषेक की सफलता की कहानी में युवराज सिंह का रोल बेहद बड़ा है। युवराज ने न सिर्फ उन्हें तकनीक सिखाई बल्कि यह भी समझाया कि बड़े मैच कैसे खेले जाते हैं। अभिषेक खुद कई बार कह चुके हैं कि युवराज उनके लिए सिर्फ गुरु नहीं बल्कि प्रेरणा हैं। उनकी जिद चाहे बल्ले को लेकर हो या रन बनाने को लेकर अभिषेक हर मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करते हैं। युवराज की छत्रछाया और उनकी मेहनत ने मिलकर इस खिलाड़ी को क्रिकेट के सबसे बड़े मंच पर चमका दिया है।


