ग्रेटर नोएडा में छठ पूजा महोत्सव भक्तिभाव और उल्लास के साथ मनाया गया।
ग्रेटर नोएडा: सेक्टर 36 आरएचओ-1 के ब्लॉक-सी पार्क में श्रद्धालुओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर छठी मईया से परिवार की खुशहाली, सुख और स्वास्थ्य की प्रार्थना की।
महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में प्रसाद की टोकरी लिए गीत गाती हुईं पूजा स्थल तक पहुंचीं।
यह दृश्य श्रद्धा और परंपरा का अनुपम उदाहरण था।
छठ पूजा महोत्सव के दूसरे दिन का यह क्षण पूरे क्षेत्र में आध्यात्मिक ऊर्जा और सामूहिक एकता का प्रतीक बन गया।
छठ पूजा महोत्सव की उत्पत्ति और महत्व
छठ पूजा महोत्सव का इतिहास अत्यंत प्राचीन है।
इसकी उत्पत्ति सनातन संस्कृति से जुड़ी हुई मानी जाती है।
त्रेता युग में जब माता सीता वनवास से वापस लौटीं, तब उन्होंने छठी मईया की आराधना की थी।
द्वापर युग में पांडवों और द्रौपदी ने भी यह व्रत रखा।
ऐसा विश्वास है कि जो श्रद्धालु मन से छठ पूजा महोत्सव मनाते हैं, उनके जीवन में सुख, समृद्धि और मानसिक शांति प्राप्त होती है।
इस पर्व में सूर्य देव को अर्घ्य देकर उनके प्रकाश, ऊर्जा और जीवनदायिनी शक्ति के प्रति आभार व्यक्त किया जाता है।
महाछठ सांस्कृतिक सेवा समिति की भूमिका
छठ पूजा महोत्सव महाछठ सांस्कृतिक सेवा समिति सेक्टर 36 RHO-1, ग्रेटर नोएडा द्वारा आयोजित किया गया।
समिति के अध्यक्ष विजय शर्मा, महासचिव राजकुमार ठाकुर, कोषाध्यक्ष सुमन कुमार मिश्रा, उपाध्यक्ष रमेश सिंह और सांस्कृतिक सचिव कमलेश ओझा ने आयोजन को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई।
कार्यक्रम के सहयोगी सदस्य जैसे मुकेश प्रसाद कोरी, विनोद कुमार पाल, अखिलेश यादव, प्रमोद, अजय सिंह, रामप्रवेश, जनक दास, सुमन यादव, केशव यादव, संजय भाटी, राजेश सिंह और अमित भाटी का योगदान विशेष रूप से सराहा गया।
छठ पूजा महोत्सव में सांस्कृतिक समरसता
छठ पूजा महोत्सव में सांस्कृतिक विविधता और लोक आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला।
भक्तों ने पारंपरिक गीतों और लोक संगीत के माध्यम से छठी मईया का आह्वान किया।
बच्चों और युवाओं ने भी इस आयोजन में उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे नई पीढ़ी में सांस्कृतिक जुड़ाव की भावना प्रबल हुई।
पुरुषों और महिलाओं ने मिलकर पूरी निष्ठा से पूजा विधि सम्पन्न की।
यह पर्व समुदाय के सामूहिक सहयोग और आध्यात्मिक एकता की मिसाल बना।
कार्यक्रम की व्यवस्थाएं और सहयोग
छठ पूजा महोत्सव के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया।
स्थानीय पुलिस प्रशासन और RWA सेक्टर 36 के समर्थन से व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित हुई।
जलाशय की साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था और प्रसाद वितरण में स्वयंसेवकों ने सक्रिय भूमिका निभाई।
छठ पूजा महोत्सव का सामाजिक प्रभाव
छठ पूजा महोत्सव न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह सामाजिक एकजुटता और पर्यावरण संरक्षण का भी प्रतीक बन गया है।
सूर्य देव की उपासना करते हुए लोग प्रकृति के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करते हैं।
ग्रेटर नोएडा जैसे शहरी क्षेत्र में इस महोत्सव ने लोक संस्कृति को जीवंत रखने का कार्य किया है।
आने वाले वर्षों में लोगों की भागीदारी इसे और भी भव्य बनाएगी।



