
Mutual fund में निवेश करने वाले निवेशक अक्सर उन फंड्स में निवेश करना चाहते हैं जिन्होंने पिछले कुछ वर्षों में शानदार रिटर्न दिया हो। इसका कारण यह है कि कई निवेशक यह मानते हैं कि जो स्कीमें पिछले कुछ वर्षों में अच्छे रिटर्न दे चुकी हैं, वे भविष्य में भी अच्छे रिटर्न देती रहेंगी। हालांकि, यह धारणा सही नहीं है। म्यूचुअल फंड्स में पिछले प्रदर्शन को भविष्य के रिटर्न का पैमाना नहीं बनाया जा सकता है। अगर किसी फंड ने 2024 में अच्छा रिटर्न दिया है, तो यह जरूरी नहीं कि वह 2025 में भी उतना ही अच्छा रिटर्न दे। उस फंड का रिटर्न अगले साल कम या ज्यादा हो सकता है। तो सवाल यह उठता है कि अगर रिटर्न को पैमाना नहीं बनाना चाहिए, तो फिर क्या करना चाहिए? आइए जानते हैं।
SIP में राशि बढ़ाने पर ध्यान दें
मार्केट विशेषज्ञों का कहना है कि म्यूचुअल फंड की टॉप परफॉर्मिंग स्कीमों के पीछे भागने की बजाय, एक रिटेल निवेशक को अपनी SIP (Systematic Investment Plan) में निवेश की राशि बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। म्यूचुअल फंड के जरिए बड़ा फंड बनाने का इससे बेहतर तरीका और कोई नहीं है। अगर निवेशक साल दर साल अपनी SIP में बढ़ोतरी करते रहते हैं, तो वह आसानी से एक बड़ा कोर्पस बना सकते हैं। इसके अलावा, लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहिए। म्यूचुअल फंड में निवेश लंबे समय तक करने से बहुत अच्छे रिटर्न मिलते हैं। लंबे समय में किए गए निवेश से कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है, जो रिटर्न को और बढ़ाता है। इसके साथ ही, लंबी अवधि में निवेश करने से बाजार के जोखिम को भी कम करने में मदद मिलती है।

म्यूचुअल फंड में निवेश की लंबी अवधि के फायदे
लंबी अवधि के लिए निवेश करने के कई फायदे हैं। सबसे पहले, यह आपको बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाता है। अगर आप छोटे समय में म्यूचुअल फंड्स में निवेश करेंगे, तो बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण आपको नुकसान हो सकता है। लेकिन अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं, तो इन उतार-चढ़ावों से फर्क नहीं पड़ेगा और समय के साथ आपका निवेश बढ़ेगा। इसके अलावा, म्यूचुअल फंड्स में लंबे समय तक निवेश करने से कंपाउंडिंग का प्रभाव बढ़ता है। कंपाउंडिंग का अर्थ है कि आपके द्वारा निवेश की गई राशि पर हर साल रिटर्न मिलते हैं, और इस रिटर्न पर भी अगले साल रिटर्न मिलते हैं, जिससे आपका निवेश तेजी से बढ़ता है।

स्टेप-अप SIP का विकल्प
SIP निवेशकों के लिए बड़ा पैसा बनाने का एक बेहतर विकल्प है स्टेप-अप SIP। स्टेप-अप SIP में निवेशक को हर साल अपनी SIP राशि को एक निश्चित प्रतिशत तक बढ़ाने की अनुमति दी जाती है। इसका मतलब यह है कि पहले साल में जो SIP राशि है, वही दूसरे साल में बढ़ाकर निवेशक उस राशि को बड़ा कर सकता है। इससे निवेशक को लंबे समय में बेहतर रिटर्न मिलता है। अगर निवेशक नियमित रूप से अपनी SIP राशि बढ़ाता रहता है, तो वह ज्यादा पैसा जमा कर सकता है और उसे लंबे समय में अच्छा रिटर्न भी मिलता है।
स्टेप-अप SIP कैसे काम करता है?
मान लीजिए आपने एक साल के लिए SIP में 5000 रुपये का निवेश किया। अगले साल, अगर आप अपनी SIP राशि को 10% बढ़ाना चाहते हैं, तो आपकी SIP राशि 5500 रुपये हो जाएगी। इसी तरह से, हर साल आप अपनी SIP राशि को बढ़ा सकते हैं। स्टेप-अप SIP आपको समय के साथ अपने निवेश को बढ़ाने की अनुमति देता है, जिससे आपकी संपत्ति तेजी से बढ़ती है। यह तरीका उन निवेशकों के लिए आदर्श है जो अपनी SIP राशि बढ़ाने के इच्छुक हैं और लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न चाहते हैं।
क्यों निवेशक आमतौर पर टॉप परफॉर्मिंग फंड्स के पीछे दौड़ते हैं?
ज्यादातर निवेशक म्यूचुअल फंड्स के चयन में पिछले प्रदर्शन को ही सबसे महत्वपूर्ण मानते हैं। वे यह मानते हैं कि जिन फंड्स ने पिछले कुछ वर्षों में अच्छा प्रदर्शन किया है, वे भविष्य में भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे। लेकिन यह गलत सोच है। म्यूचुअल फंड्स के लिए पिछले प्रदर्शन को भविष्य के रिटर्न का गारंटर नहीं माना जा सकता है। बाजार की परिस्थितियां बदल सकती हैं, और फंड का प्रदर्शन भी प्रभावित हो सकता है। इसलिए, निवेशकों को हमेशा लंबे समय तक निवेश करने और एक विविध पोर्टफोलियो बनाने पर ध्यान देना चाहिए।
SIP में निवेश के लाभ
- कम जोखिम: SIP के माध्यम से नियमित निवेश करने से निवेशक बाजार के उतार-चढ़ाव से बच सकते हैं। छोटी-छोटी किश्तों में निवेश करने से बड़े नुकसान का जोखिम कम होता है।
- संगठित निवेश: SIP के माध्यम से निवेशक एक संगठित तरीके से निवेश कर सकते हैं। यह उन्हें एक निश्चित योजना के तहत निवेश करने की सुविधा देता है।
- नियमित रिटर्न: SIP के जरिए नियमित निवेश करने से लंबे समय में अच्छी वापसी मिलती है। यह रिटर्न कंपाउंडिंग के कारण बढ़ते रहते हैं।
- निवेश में आसानी: SIP के जरिए निवेश करना बहुत आसान है। निवेशक को एकमुश्त राशि का निवेश करने की बजाय छोटी-छोटी किश्तों में निवेश करने की सुविधा मिलती है।
- लंबी अवधि का लाभ: SIP निवेशकों को लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न मिलता है। लंबे समय तक निवेश करने से बाजार की अस्थिरता से बचाव होता है और रिटर्न बढ़ता है।
अगर आप म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने के लिए SIP का उपयोग कर रहे हैं, तो आपको यह समझना चाहिए कि पिछले प्रदर्शन को देखकर निवेश करना एक गलत तरीका है। इसके बजाय, आपको अपनी SIP राशि बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए और लंबी अवधि के लिए निवेश करने पर जोर देना चाहिए। स्टेप-अप SIP एक बेहतरीन विकल्प है जो आपको समय के साथ अपना निवेश बढ़ाने की सुविधा देता है। इसका पालन करने से आप लंबे समय में अच्छे रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं। निवेश के लिए धैर्य और समय का महत्व है, और यही तरीका है जिससे आप म्यूचुअल फंड्स से बेहतर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

