Parineeti Chopra और Raghav Chadha की गंगा आरती में भागीदारी, आध्यात्मिक यात्रा की शुरुआत
बॉलीवुड अभिनेत्री Parineeti Chopra और Raghav Chadha हाल ही में वाराणसी के प्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में भाग लेते हुए दिखाई दिए। इस अवसर पर दोनों ने अपनी आध्यात्मिक यात्रा का अनुभव साझा किया, जो न केवल उनके जीवन के नए अध्याय की शुरुआत को दर्शाता है, बल्कि उनके बढ़ते आध्यात्मिक रुचियों का भी प्रतीक बन गया। इस वीडियो और तस्वीरों ने सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होकर फैंस को प्रेरित किया।
परिणीति चोपड़ा, जो इन दिनों फिल्मों से ब्रेक लेकर अपने पति राघव चड्ढा के साथ पारिवारिक जीवन बिता रही हैं, शादी के बाद एक शांतिपूर्ण और संतुलित जीवन की ओर बढ़ रही हैं। यह समय उनके लिए एक नई शुरुआत लेकर आया है, जिसमें उन्होंने न केवल पारिवारिक रिश्तों में समय बिताने का अनुभव किया है, बल्कि अपनी आध्यात्मिकता को भी नया रूप दिया है। परिणीति ने अपनी आध्यात्मिक रुचियों को राघव के साथ साझा किया, और दोनों ने वाराणसी की यात्रा के दौरान गंगा आरती में भाग लेकर अपने जीवन में शांति और भक्ति की खोज की।
गंगा आरती का अद्भुत अनुभव
वाराणसी की यात्रा के दौरान परिणीति और राघव ने दशाश्वमेध घाट पर आयोजित होने वाली विश्वप्रसिद्ध गंगा आरती में भाग लिया। यह आरती एक ऐसी आध्यात्मिक घटना है जो हर दिन हजारों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। रविवार की रात जब परिणीति और राघव घाट पर पहुंचे, तो वहां का माहौल पूरी तरह से दिव्य था। इस आध्यात्मिक घटना में उनके साथ परिवार के अन्य सदस्य और उनकी मां भी मौजूद थीं, जो इस अनुभव का हिस्सा बनीं।
आरती के दौरान परिणीति चोपड़ा पूरी तरह से भक्ति में लीन दिखाई दीं। वह भजनों का गायन करती हुई गंगा माता के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त कर रही थीं। उनका यह भावुक क्षण उनके प्रशंसकों के लिए प्रेरणादायक था। वहीं, राघव चड्ढा भी आरती में पूरी तरह से मग्न नजर आए, और उनकी आंखों में गंगा के प्रति गहरी श्रद्धा और समर्पण की भावना थी। इस आध्यात्मिक सफर को देखकर यह कहा जा सकता है कि यह दोनों का जीवन एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहा है।
गंगा सेवा निधि द्वारा स्वागत
गंगा सेवा निधि के अधिकारियों ने परिणीति और राघव का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया। उन्हें अंगवस्त्र, प्रसाद और स्मृति चिह्न भेंट किए गए, जो उनके लिए एक अनमोल अनुभव था। यह स्वागत समारोह न केवल उनके आध्यात्मिक सफर का हिस्सा था, बल्कि काशी की संस्कृति और परंपराओं के प्रति उनके सम्मान को भी दर्शाता है। गंगा सेवा निधि का यह स्वागत उनके जीवन के इस खास मोड़ को और भी यादगार बना गया। काशी की आध्यात्मिक ऊर्जा ने उन्हें एक नया दृष्टिकोण दिया और दोनों ने उस समय का पूरा आनंद लिया।
परिणीति और राघव की शादी और पहली सालगिरह
परिणीति चोपड़ा और राघव चड्ढा की शादी पिछले साल 24 सितंबर को उदयपुर के लीला पैलेस होटल में हुई थी। यह शादी बेहद निजी थी, जिसमें केवल करीबी परिवार और दोस्तों को ही बुलाया गया था। इस शादी में आम आदमी पार्टी के कई नेता भी शामिल हुए थे, जिनमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की उपस्थिति ने इसे और भी खास बना दिया था। इसके बाद सोशल मीडिया पर दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्री द्वारा डांस किए जाने का वीडियो वायरल हो गया, जो इस शादी की अनूठी यादों में से एक था।
हाल ही में, परिणीति और राघव ने अपनी पहली शादी की सालगिरह मालदीव में मनाई। इस दौरान परिणीति ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “हमने एक शांत दिन बिताया, जहां बस हम दोनों थे। हम उन सभी के आभारी हैं जिन्होंने हमें शुभकामनाएं भेजीं। राघव- मुझे नहीं पता कि मैंने इस जन्म और पिछले जन्म में ऐसा क्या किया कि मुझे तुम मिले।” इस पोस्ट में उनकी प्रेम और भक्ति की भावना साफ नजर आई।
परिणीति की फिल्मी यात्रा
अगर परिणीति चोपड़ा के फिल्मी करियर की बात करें, तो वह हाल ही में फिल्म ‘अमर सिंह चमकीला’ में नजर आईं, जिसमें उन्होंने दिलजीत दोसांझ के साथ स्क्रीन शेयर की थी। यह फिल्म इम्तियाज अली द्वारा निर्देशित थी और नेटफ्लिक्स पर डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुई थी। परिणीति की आगामी फिल्में जैसे ‘जहूर’, ‘शिद्दत 2’, ‘प्रेम की शादी’ और ‘संकी’ भी उनकी फैंस के लिए एक उम्मीद बनी हुई हैं। हालांकि, परिणीति ने फिल्मों से कुछ समय का ब्रेक लिया है, लेकिन उनकी वापसी का समय उनके चाहने वालों के लिए एक रोमांचक पल होगा।
आध्यात्मिक सफर का प्रतीक
परिणीति चोपड़ा और राघव चड्ढा का गंगा आरती में भाग लेना उनके जीवन में एक नई दिशा और आध्यात्मिकता के प्रति बढ़ते रुझान का प्रतीक है। यह उनके रिश्ते की नई शुरुआत का संकेत है, जिसमें प्रेम, भक्ति और समर्पण की भावना प्रमुख है। उनके गंगा आरती में भाग लेने का दृश्य न केवल उनके लिए एक अद्वितीय अनुभव था, बल्कि उनके फैंस के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बना।
इस आध्यात्मिक यात्रा ने यह सिद्ध कर दिया कि जीवन में शांति और खुशी पाने के लिए आध्यात्मिकता और भक्ति का संतुलन बनाए रखना आवश्यक है। परिणीति और राघव ने इसे अपने जीवन का हिस्सा बना लिया है, और यह उनका एक महत्वपूर्ण कदम है। इस यात्रा ने उनके रिश्ते को और भी मजबूत किया है, और यह दर्शाता है कि जीवन के हर मोड़ पर हम एक नए दृष्टिकोण को अपनाकर आगे बढ़ सकते हैं।
परिणीति चोपड़ा और राघव चड्ढा का गंगा आरती में भाग लेना उनके जीवन की एक नई शुरुआत का प्रतीक है। यह अनुभव उनके लिए न केवल आध्यात्मिक बल्कि व्यक्तिगत विकास का भी समय है। उनके फैंस को इस यात्रा से प्रेरणा मिली है कि जीवन में प्रेम, भक्ति और आध्यात्मिकता का सामंजस्य ही असली शांति का मार्ग है। इस आध्यात्मिक सफर को वे हमेशा याद रखेंगे और उनके चाहने वाले भी इससे प्रेरित होंगे।